रोमानिया बॉर्डर पर परेशान भारतीय बच्चे।माइनस टेम्परेचर में भी खुले आसमान के नीचे रह रहे बच्चे

गोड्ड के दर्जनों स्टूडेंट यूक्रेन में फसे हुए है।स्टूडेंट्स को भारत सरकार लागातर वापिस लाने के प्रयास में जुटी हुई हैं कुछ स्टूडेंट्स वापिस आ भी चुके है। पर कुछ अब भी वही फसे हैं।उनमें से एक है गोड्डा के महागामा के दानिश,दानिश लागातर हमारे साथ अपनी हालात साझा कर रहे है।
आज दानिश औऱ करीबन 2 हजार बच्चे रोमानिया बॉर्डर पर पहुँच चुके है।बच्चे खतरे से बाहर जरूर आ गए है पर भारत आने में अब भी उन्हें कई तरह की परेशानी दिख रही हैं।
रोमानिया बॉर्डर पर 2000-3000 बच्चो की भीड़ खुले आसमान में दिन काट रही हैं।दानिश ने बताया कि रोमानिया का वर्तमान तापमान माइनस 10 डिग्री हैं औऱ इतने ठंढ में उन्हें खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा हैं।ना कोई शेल्टर हैं ना खाने की कोई व्यवस्था।ना वाशरूम औऱ ना ही कि कमरा।हजारो स्टूडेंट्स में लड़कीया भी शामिल है जिन्हें कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
उन्होंने बताया कि एक बार मे सिर्फ 100 बच्चो को लेजाया जा रहा बाकी के बच्चे बिल्कुल खड़े वैसे ही रह जा रहे है।औऱ आप अंदाजा लगा सकते है कि अगर सिर्फ 100 बच्चे एक बार मे आते है तो सभी को आने ने कितने दिन लग जाएंगे।और उतने दिनों तक उन्हें खुले में रहना पड़ेगा